क्या उसका आम होना ही खास है?
दुबई में एक कार्यक्रम के लिए आयोजको के खर्च पर अरविन्द केजरीवाल ने बिज़नेस क्लास में यात्रा की थी। उस दिन यह खबर कई प्रमुख टीवी चैनल पर न सिर्फ दिखाई गई बल्कि प्राइम टाइम में इस पर पर बहस भी हुई। कोब्रा पोस्ट के इस खुलासे में बिजनेस क्लास नहीं बल्कि निजी विमान (Chartered Plane) के उपयोग का खुलासा है जो उस यात्रा से कई गुना महंगा होता है, एक नहीं सैंकड़ो नाम है, ऐसे नाम जो सत्ता में है या रह चुके है, जिन यात्राओ का खर्च किसने उठाया यह साफ नहीं है, जिसमे चुनाव आयोग के नियमो की अवहेलना का जिक्र है, जिसमे पारिवारिक सदस्यों के ऐशो आराम के लिए जनतांत्रिक पदों के दुरुपयोग का खुलासा है। लेकिन दुर्भाग्य की बात है की लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ इसपर न कोई प्रश्न पूछता है न बहस कराता है। केजरीवाल में ऐसी क्या खास बात है जो इन नेताओ में नहीं। क्या उसका आम होना ही खास है?
Read More