केजरीवाल का इस्तीफा – कारण क्या? क्या वो अपने वादे पुरे कर पाने में सक्षम नहीं थे? क्या उन्हें अब प्रधानमंत्री बनने की जल्दी थी? क्या सरकार चलाना उनके बस की बात नहीं थी? क्या है अन्दर की बात?
वैकल्पिक राजनीति को लेकर योगेन्द्र यादव के विचारो को सुनाने के बाद ही मैंने इस राजनैतिक आन्दोलन से जुड़ने का निर्णय लिया था. चुनावो के दौरान मित्रो से सुना की योगेन्द्र यादव अपने आप को सलीम बताते है. चुनाव के बाद मैंने सीधे उन्ही से पूछा की क्या आपका नाम सलीम है? उन्होंने कहा हाँ.
इस टोपी को धारण करना आसान नहीं। इस टोपी को धारण करने वाले को आम आदमी, राजनीतिक सुचिता और परिवर्तन की लड़ाई का एक सिपाही मानता है. टोपी धारण करने वाला कोई खादी धारी नेता नहीं।