विधायक प्रह्लाद गुंजल का गालियों एवं धमकी युक्त ऑडियो
कोटा, राजस्थान से बीजेपी के विधायक श्री प्रह्लाद गुंजल अपने किसी परिचित को सरकारी अस्पताल में नियुक्त करवाना चाहते थे. उस व्यक्ति के खिलाफ पूर्व में कोई शिकायत होने के कारण वहा के CMHO ने विधायक जी के कहने के बावजूद उसे नौकरी पर नहीं रखा. इससे अपने कार्यकर्ताओ के सामने विधायक जी की नाक कट गई क्योंकि एक दो कौड़ी के डॉक्टर ने विधायक महोदय की बात नहीं मानी. विधायक महोदय ने CMHO को फोन लगाया. फ़ोन पर उनकी जो बात हुई वह रिकॉर्ड हो गयी और व्हाट्स एप्प के माध्यम से काफी लोगो तक पहुँच गई.
विधायक महोदय ने वहा के CMHO को फ़ोन पर जिस भाषा में धमकाया वो न केवल शर्मनाक है बल्कि भयावह है. विधायक महोदय पर कारवाही करते हुए पार्टी ने उन्हें निलंबित कर दिया है. लेकिन ऐसा निलंबन पहले भी हुआ था जब उन्होंने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बारे में कुछ कहा था. जब उसके बावजूद उन्हें फिर पार्टी में लेकर टिकट दिया गया तो इस बार तो निलंबन केवल एक डॉक्टर को धमकाने के लिए किया गया है. खैर क्या निलंबन काफी है? उनके संभाषण को पूरा सुने तो लगता है किसी फिल्म का दृष्य हो. बड़ी चिंता का विषय है की आज भी कोटा जैसे शहर में ऐसे जनप्रतिनिधि है जो एक सरकारी कर्मचारी को उसके बच्चो का नाम लेकर धमाका सकता है, बड़ी ही अभद्र गलिया दे सकता है, कार्यकर्ताओ से पिटवाने की बात कर सकता है.
विधायक महोदय का यह ऑडियो बाहर लिक करने वाले डॉक्टर की हिम्मत की दाद देनी पड़ेगी. लेकिन क्या हम आश्वस्त है की वो डॉक्टर इसके बाद सुरक्षित रहेगा? क्या वो अपनी सरकारी नौकरी जारी रख पायेगा या उसे अब सत्ता धारी दल का रोष झेलना पड़ेगा? क्या हम इस ऑडियो को सुन, विधायक महोदय की इन वाह्यात और घिनौनी बातो पर हंस कर इसे भुला देंगे? सवाल बड़ा है और निश्चित कई और सवाल खड़े करता है?
उस संभाषण में जिस अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया उसे शायद ही कोई सभ्य लेखक लिख पाए. लेकिन आज की राजनीति की यह भयावह तस्वीर भी जनता के सामने आनी चाहिए. इसके आगे का अंश अपने विवेक अनुसार पढ़े, और इस तरह के शब्द अपने ब्लॉग पर डालने के लिए मुझे माफ़ करे.
विधायक महोदय – अरे CMHO साहब प्रह्लाद गुंजल बोल रहा हु
CMHO – हाँ सर
विधायक महोदय – सर सर नहीं है, मैं दो मिनट में तुम्हारी तबियत ठीक कर दूंगा
CMHO – क्या हुआ साहब?
विधायक महोदय – मा***द के बच्चे जब कोई काम कहे न, ब***द, ..तेरे को आके जुत लगाऊ क्या?
CMHO – क्या हो गया साहब बताओ तो सही?
विधायक महोदय – बताओ क्या बताओ, तेरी माँ ** दूंगा मैं, ब***द हलके में मत लिया कर किसी बात को. या तो तेरे बाल काट दू मा***द. तेरे को मैंने कहा था, वो मौर्या मेरे घर का व्यक्ति उसको वही लगाओ, तो लगाया तूने?
CMHO – अरे साहब उसको मैंने कह दिया, उसको वो VCMO लगाएगा वहा का, समोद वाला
विधायक महोदय – कौन लगाएगा, क्या लगाएगा, तैने लगाया क्या? मा***द छोटे छोटे काम के लिए ओलमा आता है, कार्यकर्ता कहते CMHO सुनता नहीं. तेरी माँ ** दूंगा मा***द. दफ्तर में आके कल. ब***द समझता क्या है कुत्ते? और अयिन्दा कभी फोने करे, ..मा***द अच्छे से पालना करना नहीं तो.. गंजी कर दूंगा. मा***द तू जानता नहीं है मुझे. ब***द तूझे उसीकी ** में घुसा दूंगा अगर तेरे को किसी का सरंक्षण हो तो. कल आर्डर चाहिए मुझे. आ गई न बात समझ में. कल मुझे आर्डर चाहिए सुन लेना कान खोल के.
ब***द इनता गुस्सा आ रहा है, सामने होता तो ** में दो लात लगाता.
अगर तुमने हलके में लिया तो घुसा दूंगा मैं. आर्डर चाहिए मुझे मेरे दफ्तर में. अस्थाई रूप से प्रतिनियुक्ति का.
4 लात दूंगा उल्टा टांग दूंगा कुर्सी पे. मेरा कार्यकर्ता ये कहे CMHO ने नहीं सुनी, मा***द औकात कितनी है? बच्चे बच्ची को रात को नींद नहीं आएगी ऐसा खौफ पैदा कर दूंगा, तुम्हारे बाप का राज है मा***दो? तुम्हारे बाप का राज है? घसिटे माूरुंगा मा***दो. इसलिए राजनीति करते है हम, की कार्यकर्ता कहे की CMHO सुनता नहीं. मुह काला कर दूंगा, कल प्रतिनियुक्ति का आर्डर चाहिए.
इसके बाद CMHO विधायक साहब को सम्बंधित कर्मी द्वारा पूर्व में की गई किसी गलती के बारे में बताते है. लेकिन गलती चाहे जो हो वो विधायक साहब का आदमी है. और ये जवाब विधायक साहब का –
विधायक महोदय – अरे हो गया. गलती की .. माँ ** गई गलती की. और उसको बोल देना VCMO उल्टा टांग दूंगा उसको कहा रहता है वो? कल आर्डर पहुंचा देना मेरे पास.
इस संभाषण को आप निचे दिए बॉक्स में सुन सकते है.
http://youtu.be/qjCNnjzEy5o