Health 

बहोत आसान है कोरोना को हराना

क्या है कोरोना?

कोरोना एक वायरस (विषाणु) है, आसान भाषा में कहे तो यह एक ऐसा छोटा सा केमिकल कोड (DNA या RNA का टुकड़ा) है जो अपने आप में खुद का प्रजनन (Reproduction) भी नहीं कर सकता। वायरस को और वायरस बनाने के लिए किसी जीव के शरीर की जरुरत होती है, और वो उसे मिलते ही ये बड़ी तेजी से एक से करोडो बन जाते है. अधिकतर वायरस मनुष्य के शरीर में भले ही फ़ैल जाए लेकिन हमारी रोग प्रतिबंधक शक्ति उनका खत्म कर देती है. कोरोना एक ऐसा विषाणु है की जो 100 में से 2 मनुष्यो को (जिनकी रोग प्रतिबंधक शक्ति कमजोर हो) की जान ले सकता है.

Corona Structure

कोरोना को हराना आसान कैसे है?

चूँकि इसे प्रजनन के लिए मनुष्य के शरीर की आवश्यकता है, यदि हम इसे अपने शरीर के भीतर पहुँचने से रोक ले तो ये केवल एक छोटा सा केमिकल है जो हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकता, और ये करना बहोत आसान है. जिनके शरीर में ये पहले से पहुँच चूका है उनमे से 98% लोग इसे हरा देंगे और 2% लोगो अपनी जान गँवा देंगे.

कोरोना मनुष्य के शरीर में कहा से पहुँचता है?

कोरोना हमारे शरीर में केवल 3 जगहों से पहुँच सकता है – मुँह, नाक और आँखे। अब इन तीन जगहों से उसे हमारे शरीर के अंदर पहुँचने से रोक ले तो हम उसे आसानी से हरा सकते है. जिसके शरीर में पहले से कोरोना वायरस मौजूद है ऐसा व्यक्ति जब भी छींकता या खाँसता है तो उसके आस पास (6 फ़ीट से कम दुरी पर) जितने लोग है उनकी साँस के साथ वो उनके शरीर में पहुँच जाएगा। लेकिन इससे भी ज्यादा आसान है उसे आपके हाथो द्वारा आपके शरीर के अंदर पहुंचना। यदि आप ऐसी किसी भी जगह या वस्तु पर अपना हाथ रखते है जहा पहले से कोरोना वायरस मौजूद है तो वो आपके हाथो को लग जाता है और फिर जब आप अपना हाथ अपने नाक , मुँह या आँखों तक ले जाते है तो उसे आपके शरीर में प्रवेश मिल जाता है. वायरस के लिए सबसे आसान है हमारे हाथो द्वारा फैलना। सोचिये सारे दिन में हमारा हाथ कहा कहा पहुँचता है, कितनी चीजों को छूता है. हमारे हाथो में पहुँचने वाला नोट, अख़बार, लेटर हमसे पहले कई और हाथो से गुजरता है. हर वो चीज, हर वो व्यक्ति जिसे हम छूते कोरोना से संक्रमित हो सकती है. और हमारे हाथो तक पहुँच कर भी वो हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकती जब तक की वो हमारे हाथो से नाक, मुँह या आँखों तक न पहुंचे।

कोरोना को शरीर में पहुँचने से कैसे रोके?

1) बार बार साबुन से अच्छी तरह हाथ धोना – ये सबसे जरुरी है, मास्क लगाने या sanitizer के इस्तेमाल से भी. कोरोना वायरस साबुन से मरता नहीं, लेकिन वो हमारे हाथो पर चिपका रहता है उसपर बानी हुई एक परत से जो लिपिड्स (वसा – जैसे तेल या घी) से बानी होती है. और साबुन उस परत को हटा देता है, जिससे हाथो पर लगा हुआ वायरस झड़ जाता है.

इसके लिए जरुरी है की हम हाथ के हर हिस्से (उंगलिया, हाथो के पीछे का हिस्सा, कलाई) को अच्छी तरह साबुन लगा कर कमसे काम 20 सेकंड तक धोये। उसके बाद या तो अच्छे टॉवल से हाथ पोछे (पब्लिक प्लेसेस में पेपर टॉवल से) या हाथो को अच्छी तरह सूखा ले. घर में इस्तेमाल होने वाले टॉवल को भी रोजाना धोये। दिन में कितनी बार हाथ धोये ये निर्भर करता है की आपका हाथ कितनी जगहों पर पहुँचता है. जैसे घर में रहने वाले लोग ऐसी वस्तुओ को बहोत कम छुएंगे जैसे की अख़बार या बाजार से आई हुई कोई चीज. ऑफिस में काम करने वालो को शायद ज्यादा बार हाथ धोना पड़े और जो पब्लिक प्लेसेस में घूमते रहते उन्हें और ज्यादा।

2) हाथो को मुँह तक पहुँचने से रोके – हम आदतन कई बार हाथो को मुँह तक ले जाते है. जहा तक संभव हो उससे बचे. जब भी हम किसी पब्लिक प्लेस में है जहा हमने बस का हैंडल या ऑफिस की रेलिंग को हाथो से छुआ है हाथो को मुँह तक न ले जाए जब तक हमने हाथ न धो लिए हो.

3) सोशल डिस्टन्सिंग – जैसा की ऊपर बताया गया हवा के माध्यम से यह वायरस केवल 6 फिट की छलांग लगा सकता है इसलिए जहा तक संभव हो भीड़ भाड़ वाली जगह जाने से बचे. मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारों या चर्च में जाने के बजाय घर में प्रार्थना करे. सिनेमा के बजाय टीवी पर फिल्म देखे, मॉल के बजाय छोटी (कम भीड़ वाली दुकानों) से सामान ख़रीदे। शादियों, पार्टियों, कॉन्फरेन्सेस में जहा तक हो सके न जाए. किसी से मिले तो हाथ मिलाने के बजाय दूर से अभिवादन करे.

4) छींकना / खाँसना – छींकते या खांसते समय मुँह पर हाथ या कपडा रखना हमें सिखाया गया है. हाथो में कपडा न होने की स्थिति में हम अक्सर हाथो का इस्तेमाल करते है और इस तरह वायरस हमारे हाथो पर और हाथो से दूसरी वस्तुओ तक पहुँच जाता है. हाथो पर छींकने के बजाय हमें निचे दिखाए चित्र के अनुसार हमारी आस्तीन का इस्तेमाल करना चाहिए।

5) मास्क का इस्तेमाल – मास्क के इस्तेमाल की जरुरत बहोत कम है, तभी जब आप सोशल डिस्टन्सिंग मेन्टेन नहीं कर सकते या जब आप कोरोना से इन्फेक्टेड लोगो के संपर्क में है, जैसे की डॉक्टर, नर्सेज और मेडिकल स्टाफ या यदि आपके घर में कोरोना से संक्रमित कोई मरीज हो।

6) Sanitiser – Sanitiser का इस्तेमाल केवल तभी करे जब आपके पास साबुन और पानी से हाथ धोने की सुविधा न हो. जब भी इस्तेमाल करना पड़े तब इसे भी साबुन की तरह पुरे हाथो पर अच्छी तरह लगाए। Sanitser अल्कोहल बेस्ड हो और उसमे अल्कोहल की मात्रा कम से कम 60% हो.

याद रखिये कोरोना कोई शक्तिशाली जिव नहीं नहीं है, आपके शरीर से बाहर तो ये प्रजनन भी नहीं कर सकता। इसलिए इसे हराना बहोत आसान है, हमें केवल इसे अपने शरीर में प्रवेश करने से रोकना है, जिसके केवल ३ रास्ते है – मुँह, नाक और ऑंखे।

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